Friday, November 19, 2010

list of astrologers in Delhi

Divine Science Centre
Contact: Bharti
105 Gupta Palace, A2/42, Rajouri Garden, New Delhi: 110027 Tel. No.25917042


Divya Jyotish Kendra
Contact:
34 Corner Market, New Delhi: 110017 Tel. No.26680215


Eeshan Vaastu Kendra
Contact: Khanna
S - 363 2nd Floor, Part 1, Greater Kailash, New Delhi: 110048 Tel. No.51630168


Foresight Systems Ltd
Contact: Ashok Singh
G 87 Community Centre, Phase 1, Sheikh Sarai, New Delhi: 110017 Tel. No.26018855


Future Guide
Contact: S M Pitre
152/5 1st Floor Main Market, Jail Road Shiv Nagar, New Delhi: 110058 Tel. No.25620047


Future Point (P) Ltd
Contact: Abha Bansal
H 1/A, L G Floor, Hauz Khas, New Delhi: 110016, Tel. No.26866000


Future Scan
Contact: Mukul Verma
901 New Delhi House, Barakhamba Road, Connaught Place, New Delhi: 110001, Tel. No.51511604


Global Astro Vaastu Research Found
Contact: Mahesh Gupta
248, 1St Floor, Indira Vihar, New Delhi: 110009, Tel. No.27654936


Gori Marriage Bureau
Contact: Naresh Garg
Qu-194a, New Delhi: 110088 Tel. No.27348313
 

Institute Of Vaastu and Joyful Living
Contact: Rakesh Sharma
B 292, Saraswati Vihar, Pitampura, New Delhi: 110034, Tel. No.27020736


Anoop Issar
Contact: Anoop Issar
C 2 2nd Floor, Church Compound, New Delhi: 110025 Tel. No.20528001


Anuraj Consultants Pvt Ltd
Contact: Arun Kumar
G-5 Deepa Apartment, 13, Nehru Place, New Delhi: 110019 Tel. No.26438871


Anusthan Kendra
Contact:
B-304 Anand Lok Apartment, Phase 1, Mayur Vihar, New Delhi: 110091 Tel. No.22794378


Arun Rai
Contact: Arun Rai
B 304 Phase 1, Anand Lok Apartment, New Delhi: 110091 Tel. No.9891042164


Arya Astrologer And Vastu Consultant
Contact: Acharya Anil
A3/36 Sec-15 Rohini Delhi, Pin Code: 110085, Ph: 9811715366, Fax: -
Services: Astrologer, Vastu Consultant, Prpeare Energised Yantra, Amulet, Gems , Rudraksh With The Help Of Mantra Chanting


Astro Pack
Contact:
6 Block N, Part 1 Market, New Delhi: 110048 Tel. No.26211929


Astrologer P K Sarna
Contact: P K Sarna
Jd20 A Pitam Pura Delhi, Pin Code: 110034, Ph: 9310008585, Fax: -
Services: A Professional Astrologer, Palmist, Gem Therapist And Vaastu Consultant, Mr.P K Sarna Has Been Practicing In Astrology Since 1983.He Is An Expert In All Areas Of Predictive Techniques.He Has Given A Number Of Tv Programmes In Various Satellite Channels


Astrology Centre
Contact: Vivek Sehgal
3e/2 1st Floor, New Delhi: 110055 Tel. No.23553699


B B Sharma
Contact: B B Sharma
Bi 37a, New Delhi: 110085 Tel. No.27475320
 

Beni Madhav Goswami
Contact: Beni M Goswami
25/30 1st Floor, Patel Nagar (e), New Delhi: 110008 Tel. No.25743177


Bhahvishya Darshan
Contact: Sanjeev Garg
1075, Maliwara Chowk Chandni Chowk, New Delhi: 110006 Tel. No.23264455


Bharat Bhushan Sharma
Contact: B B Sharma
Bi - 37A, Shalimar Bagh, New Delhi: 110088, Tel. No.9891268707


Bharat Prasidh Jyotish Karyalay
Contact: Acharya Krishan Dutt Shar
17/2875 Beadon Pura, Ajmal Khan Road Karol Bagh, New Delhi: 110005 Tel. No.25750194


Bharat Uppmanyu
Contact:
E - 149 1st Floor, Part 3, Masjid Moth,Greater Kailash Enclave, New Delhi: 110048 Tel. No.51636881
 

Chakra Astrologer
Contact: Shyamji
A 20, Shivalik, New Delhi: 110017 Tel. No.26688117


Chandramangalam
Contact: Nalin Jain
15/3, Patel Nagar (w), New Delhi: 110008 Tel. No.25889104


Chinese Astrology: Feng Shui Consultant and Expert Advice (Manisha Koushik)
Contact: Manisha Koushik
E-31, FF, Kalkaji, Pin Code: 110019, Ph: 01126449898, Fax: 011 2572874
Services: astrologer


Cosmic Future Point
Contact:
B 3/66, New Delhi: 110058 Tel. No.25552631


Das Mrs Malati
Contact: Malti Das
24/32, Shri Niketan Apartments, Vasundhara Enclave, New Delhi: 110096, Tel. No.22622022


Dayal Darbar
Contact: Dayal
A 73a, Vikas Puri Extn, New Delhi: 110018 Tel. No.25455152


Jyotish Kendra Regd
Contact: C S Sharma
14, Opp Venkteswar College, Satya Niketan, New Delhi: 110021, Tel. No.24102777


Kewal Anand Joshi
Contact: Kewal Anand Joshi
8/879, R.K. Puram, New Delhi: 110022, Tel. No.26100993


Nationalschoolofastrology and Palmistry
Contact: B R Saini
A 1/226, Safdarjung Enclave, New Delhi: 110029, Tel. No.26167911


Occult Astrology
Contact: Raj Baldev
R 8/3, Green Park (Main), New Delhi: 110016, Tel. No.26861610


P K Jyotish Kendra
Contact: P K Mishra
F426, Vikaspuri, New Delhi: 110018, Tel. No.25466283


Star scan
Contact: Dinesh Sharma
A - 766. Shastri Nagar. Delhi., Pin Code: 110052, Ph: +91 - 9818879949, Fax: -
Services: Asrology, horoscope, birth chart, gem stones, remedies, yantras, rudrakshas, precious stones


Vedic Astrology Jyotish
Category: Astrologers and Palmists - Delhi
Contact: Kaul
F14D, Mig Dda Flats, Hari Nagar, New Delhi: 110064, Tel. No.9810189691

Tuesday, November 16, 2010

एक अनसुलझा रहस्य

मेरी जिंदगी में कई बार ऐसा हो चुका हैं. जब कुछ सपने अनायास ही हकीकत में बदल गए. ऐसा क्यों हुआ मैं नहीं जानता, लेकिन ऐसा हुआ है, कई बार हुआ है.

बात करीब दस साल पुरानी है, तब मैं कई दिनों से एक ही स्वप्न बार-बार देख रहा था. सपने में मैं देखता था कि मेरा सिर मुंडा हुआ है. मेरे भाईयों का भी सिर मुंडा हुआ है और आसपास लोगों की भीड़ मौजूद है. सब कोई हमें ही देख रहे हैं. तब मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि मैं ये सपना बार-बार क्यों देख रहा हूं. लेकिन जल्द ही हकीकत भी सामने आ गई. मेरे पिताजी का अनायास ही देहांत हो गया. और जब श्राद्ध संपन्न हुआ तो पता चला जो दृश्य मैं सपने में कई बार देखा चुका था श्राद्ध के बाद वैसा ही नजारा था.वैसे ही हम चारों भाईयों का सिर मुंडा हुआ था...और वैसे ही लोगों की भीड़ भी हमारे आसपास मौजूद थी.

यही नहीं इसके अलावा भी ऐसे कई सपने हैं,जिसे मैंने गहरी नींद की अवस्था में देखा और फिर वो सच भी साबित हो गए. तो क्या इसका यही आशय है कि इस जीवन में सब कुछ पूर्वनिर्धारित है. जो होना है, वो कब का हो चुका है. अगर ऐसा नहीं है तो सपने में देखी गई वो बातें सच कैसे साबित हो गईं?

कहीं ऐसा तो नहीं कि हमारे इस जीवन के समांतर भी हमारा ही कोई जीवन चल रहा है?ठीक उस निगेटिव फिल्म की तरह जिसमें तस्वीरें अस्पष्ट होती हैं, लेकिन जैसे ही उसका पॉजिटिव प्रारुप सामने आता है तस्वीरें भी साफ हो जाती हैं.

क्या ज्योतिष विद्या उसी निगेटिव फिल्म को पढने की कला है जिसके जरिए उस फिल्म में निहित तस्वीरों की व्याख्या भर कर दी जाती है और उसे ही हम भविष्य कहते हैं.अगर हां तो फिर ये ज्योतिषी कैसे ये दावा करते हैं कि सिर्फ कुछ पत्थरों के पहन लेने से या फिर किसी मंत्र विशेष के जाप से हमारा भविष्य बदल जाएगा...क्या सचमुच ऐसा हो सकता है. आखिर क्या है हमारे जीवन का रहस्य?...क्या जीवन में वाकई सब कुछ पूर्व निर्धारित है?
 अगर नहीं तो फिर हम कैसे सपने में कई बार भविष्य में होने वाली घटनाओं को पहले ही देख लेते हैं.

- विकास मिश्रा

Friday, November 12, 2010

ऐसे होगी स्वस्थ और सुन्दर संतान की प्राप्ति

शादी के बाद संतान की चाह किसे नहीं होती, लेकिन किसी वजह से अगर आप शादी के लंबे अर्से बाद भी संतान सुख से वंचित हैं तो इन टोटकों को अपना कर देखें.  जल्द ही एक स्वस्थ और सुन्दर बच्चे की किलकारी से घर गूंज उठेगा.

-  शुक्रवार के दिन चने के आटे की दो रोटियां बनाकर उस पर सूखी सब्जी रखकर किसी गरीब को खिलाएं।
- इस क्रिया को सात बार करें तो स्वस्थ संतान की प्राप्ति होगी।
- सोमवार के दिन गर्भवती स्त्री देशी कपूर का एक टूकड़ा लें। उसमें से आधा काटकर जला दें। आधा शिवजी के मंदिर में डाल दें तो भी स्वस्थ संतान की प्राप्ति होती है।
- गौ शाला में दान करने से स्वस्थ और सुन्दर संतान प्राप्त होगी।
- शुक्रवार को आटे में पनीर डालकर गाय को खिलाने से स्वस्थ संतान की प्राप्ति होती है।
-   दक्षिणावर्ती शंख में दूध भरकर नियमित रूप से उस दूध से नर्मदेश्वर का अभिषेक करें और बाद में अभिषेक के दूध को पूरी आस्था के साथ ग्रहण करें। शीघ्र ही सुन्दर और स्वस्थ संतान की प्राप्ति होगी।

- ज्योतिषाचार्य डॉ फणीन्द्र कुमार मिश्रा

Thursday, November 11, 2010

एक मंत्र जो करता है हर मनोरथ पूरी

आज मैं आपको एक ऐसे मंत्र के बारे में बताने जा रहा हूं जिससे बडी आसानी से मनचाहा फल प्राप्त किया जा सकता है और वो मंत्र है भगवान श्री गणेश का.

हिन्दू धर्म ग्रंथों में प्रणव यानि ओंकार ॐ को भगवान गणेश का ही स्वरुप बताया गया है। इसलिए पूजा-अर्चना या किसी कार्य की सफलता के लिए ऊँ के उच्चारण को भगवान गणेश का ही ध्यान माना जाता है, जो बहुत ही शुभ फल दायी होता है।

शास्त्रों में कामनापूर्ति के लिए भगवान गणेश की उपासना से संबंधित ॐ के उच्चारण के साथ कुछ सिद्ध मंत्रों के जप का महत्व बताया गया है। यह मंत्र मनचाहे फल पाने में अचूक माने जाते हैं -

सबीज गणपति मंत्र -
गं गणपतये नम: और
प्रणवादि सबीज गणपति मंत्र -
ॐ गं गणपतये नम:

भगवान गणेश की उपासना का यह छ: अक्षरों वाला मंत्र ॐ की ध्वनि के साथ धन और भौतिक सुख-सुविधाओं की कामना पूरी करने की दृष्टि से बहुत ही प्रभावकारी माना जाता है। साथ ही यह मंत्र एक रक्षाकवच बनकर आपको अनचाही मुसीबतों और संकटों से रक्षा करता है। इस अद्भुत मंत्र के अलावा अन्य सरल गणेश नाम मंत्र भी बहुत शुभ फल देने वाले माने जाते हैं.

इसी तरह बारह अक्षरों का गणेश नाम मंत्र -
ॐ नमो भगवते गजाननाय।
और आठ अक्षरों का गणेश नाम मंत्र -
ॐ श्री गणेशाय नम:
भी परम शुभ फल देने वाला है. मेरा अपना व्यक्तिगत अनुभव भी यही कहता है कि इन मंत्रों के जाप से आप अपनी हर मनोकामना  पूरी कर सकते है.

-स्वामी राजकीर्ति

सूर्य और शक्ति की अराधना है छठ पूजा

संसार में शक्ति अनेक रुपों में पाई जाती है। शक्ति से ही अस्तित्व और गति संभव है। यह शक्ति शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक, प्राकृतिक अनेक रुपों में प्राणी और प्रकृति को मिलती है। हिन्दू धर्म में पूजित पांच प्रमुख देवता श्री गणेश, शिव, शक्ति, विष्णु और सूर्य भी इसी शक्ति के ही अलग-अलग रुप हैं।
इनमें सूर्य प्राणशक्ति देने वाले देवता के रुप में पूजित हैं क्योंकि सूर्य ऊर्जा और रोशनी के रुप में शक्ति का ऐसा भण्डार है, जिसके बिना मानव और प्रकृति के अस्तित्व की कल्पना संभव नहीं। धार्मिक नजरिए से सूर्य स्वास्थ्य, बल, समृद्धि के देवता माने जाते हैं।

शास्त्रों में सूर्य पूजा के लिए अनेक तिथि, त्यौहार, व्रत-उपवास बताए गए हैं, जिनके शास्त्रोक्त विधि के पालन से मनोवांछित फल मिलते हैं। सूर्य पूजा की पंरपरा में ऐसा ही एक पर्व है - सूर्य षष्ठी व्रत या छठ पूजा। यह व्रत कार्तिक शुक्ल षष्ठी तिथि को रखा जाता है। इस व्रत में छठ देवी की पूजा के साथ सूर्य पूजा का महत्व है। माना जाता है कि छठ देवी सूर्य देव की बहन है।

दरअसल छठ पूजा पंचतत्वों में प्रमुख तत्व अग्रि और जल की अहमियत बताती है। क्योंकि सूर्य अग्नि तत्व का और जलाशय या नदी जलतत्व का प्रतीक है। दोनों के बिना जीवन असंभव है। यह मौसम शीतऋतु का आरंभ का समय होता है। इस मौसम में शरीर में जलतत्व और कफ दोष से शरीर में रोग पैदा होते हैं। किंतु सूर्य पूजा के रूप में अग्रि तत्व का आवाहन कफदोष के शमन के साथ स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करने का प्रतीक है। वैसे भी सूर्य को अर्घ्य स्वास्थ्य और मानसिक शक्ति के लिए लाभदायक माना जाता है। किंतु छठ पूजा के विशेष अवसर पर सूर्य को अर्घ्य बहुत ही शुभ प्रभाव देता है। इस व्रत का वैदिक और पौराणिक महत्व है। पौराणिक मान्यता है कि द्रौपदी के छठ पूजा के फल से ही पांडवों को युद्ध में विजय और राज्य प्राप्त हुआ। यह व्रत खासतौर पर भारत में बिहार व उसके आस-पास के प्रांतों में प्रचलित है।

छठ पूजा की तीन दिवसीय व्रत परंपरा तप के समान होती है। क्योंकि इस व्रत के विधान में पंचमी को बिना नमक, छठ के दिन बिना जल पीकर सप्तमी दिन व्रत को तोड़ा जाता है। यह व्रत स्त्री-पुरूष दोनों रखते हैं। यह व्रत संतान, धन और तमाम सुखों को देने वाला माना गया है।

सूर्य षष्ठी व्रत की शाम को छठ देवी मिट्टी की मूर्ति बनाई जाती है और उनकी पूजा के बाद ढलते सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाता है। अगले दिन सुबह छठ देवी के पूजन के बाद विसर्जन कर उगते सूरज को अर्घ्य देते हैं। इस तरह इस व्रत परंपरा में शक्ति के साथ सूर्य की उपासना की जाती है। यह बल की साधना का महापर्व है। जिससें जिंदगी से जुड़ी हर उम्मीदें पूरी हो जाती है।

Wednesday, November 10, 2010

नंबरों से जानिए भविष्य


स्वामी राजकीर्ति एक जाने माने भविष्यवक्ता और अध्यात्मिक जानकर हैं. उनका मानना है कि हमारे जीवन में नंबर भी अहम रोल अदा करते है और अगर व्यक्ति को जानकारी हो तो वो नंबरों के जरिए ना सिर्फ अतीत की गहराईयों में झांक सकता है, बल्कि अपना भविष्य भी संवार सकता है.

संसार में ज्योतिष की कई शाखाऎं (Branches Of Astrology) हैं, जिनमें से अंक ज्योतिष भी एक है. सामान्यतय ज्योतिष में ग्रहों का प्रभाव कार्य करता है. प्रत्येक ग्रह किसी न किसी नम्बर से जुडा हुआ है या हम इस प्रकार भी कह सकते हैं कि कोई एक नम्बर किसी ग्रह विशेष का ही प्रतिनिधित्व करता है जैसे कि 1 नम्बर सूर्य (1 Number of Sun), 2 नम्बर चन्द्र (2 Number of Moon) तथा 9 नम्बर मंगल (9 Number Of Mars) का प्रतिनिधित्व करता है. इसी तरह बाकी नंबर भी अलग-अलग ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते हैं. नम्बर 1 से 9 तक ही लिए जाते हैं. 0 को इसमें सम्मिलित नही किया गया है. ग्रह भी 9 ही होते हैं, अतः प्रत्येक ग्रह का एक विशेष अंक है. पाश्चात्य अंक ज्योतिष (Numerology) सात ग्रहो के अलावा नैपच्यून व यूरेनस को क्रमशः आठवाँ व नौवा ग्रह मानता है. जबकि भारतीय अंक ज्योतिष राहु-केतु को आठवें एंव नवें ग्रह के रुप में लेता है. भारतीय एंव पाश्चात्य अंक ज्योतिष के फलादेश (Jyotish Phaladesh) कथन में थोडा सा अन्तर रहता है.
अब हम अंक ज्योतिष विज्ञान के कार्य करने के तरीके (Method Of Numerology) की विवेचना करेंगे. वैसे तो अंक ज्योतिष में बहुत सारी परिभाषाएँ सामने आती हैं, परन्तु हम इसमें मुख्य रुप से दो परिभाषाओ मूलांक (Root Number/ Ruling Number) तथा भाग्यांक (Fadic Number) की ही चर्चा करेंगे. किसी भी व्यक्ति की जन्म तारीख उसका मूल्यांक होता है. जैसे कि 2 जुलाई को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 2 होता है तथा 14 सितम्बर वाले का 1+4 = 5. तथा किसी भी व्यक्ति की सम्पूर्ण जन्म तारीख के योग को जोड़ कर एक अंक की संख्या को उस व्यक्ति विशेष का भाग्यांक( Bhagya Anka) कहते हैं, जैसे कि 2 जुलाई 1966 को जन्मे व्यक्ति का भाग्यांक 2+07+1+9+6+6= 31 = 3+1= 4, होगा. मूलांक तथा भाग्यांक स्थिर होते हैं, इनमें परिवर्तन सम्भव नही. क्योंकि किसी भी तरीके से व्यक्ति की जन्म तारीख बदली नही जा सकती.
व्यक्ति का एक और अंक होता है जिसे सौभाग्य अंक (Destiny Number/ Lucky Number) कहते हैं. यह नम्बर परिवर्तनशील है. व्यक्ति के नाम के अक्षरो के कुल योग से बनने वाले अंक को सौभाग्य अंक कहा जाता है, जैसे कि मान लो किसी व्यक्ति का नाम RAMAN है, तो उसका सौभाग्य अंक R=2, A=1, M=4, A=1, एंव N=5 = 2+1+4+1+5 =13 =1+3 =4 होगा. यदि किसी व्यक्ति का सौभाग्य अंक उसके अनुकूल नही है तो उसके नाम के अंको में घटा जोड करके सौभाग्य अंक (Saubhagya Anka) को परिवर्तित कर सकते हैं, जिससे कि वह उस व्यक्ति के अनुकूल हो सके. सौभाग्य अंक का सीधा सम्बन्ध मूलांक से होता है. व्यक्ति के जीवन में सबसे अधिक प्रभाव मूलांक का होता है. चूंकि मूलांक स्थिर अंक होता है तो वह व्यक्ति के वास्तविक स्वभाव को दर्शाता है तथा मूलांक का तालमेल ही सौभाग्य अंक से बनाया जाता है.
व्यक्ति के जीवन में उतार-चढाव का कारण सौभाग्य अंक होता है. उदाहरण के लिए मान लो कि हम किसी शहर में जाकर नौकरी/ व्यवसाय करना चाहते हैं, तो हमें उस शहर का शुभांक (Shubha Anka) मालूम करना होगा फिर उस शुभांक को स्वंय के सौभाग्य अंक से तुलना करेंगे. यदि दोनो अंको में बेहतर ताल-मेल है अर्थात दोनो अंक आपस में मित्र ग्रुप के है तो वह शहर आपके अनुकूल होगा, और यदि दोनो अंक एक दूसरे से शत्रुवत व्यवहार रखते हैं तो उस शहर में आपके कार्य की हानि होगी. अब हमारे सामने दो विकल्प हैं, एक तो हम उस शहर विशेष को ही त्याग दें तथा अन्य किसी शहर में चले जायें, यदि एसा करना सम्भव न हो तो दूसरे विकल्प के रुप में हम अपने नाम के अक्षरो में इस प्रकार परिवर्तन करें कि वो उस शहर विशेष से भली भांति तालमेल बैठा लें. यही सबसे सरल तरीका है.
इस प्रकार हम अंक ज्योतिष के माध्यम से अपने जीवन को सुखी एंव समृद्ध बना सकते है एंव दुख व कष्टो को कम कर सकते हैं.
नोट: अगर आप अंक ज्योतिष के जरिए अपना भविष्य जानना चाहते हैं तो स्वामी राजकीर्ति से व्यक्तिगत रुप से संपर्क कर सकतें हैं. नंबर है- 09971565300

Sunday, November 7, 2010

घर के पूजन कक्ष में क्या-क्या न रखें?

सभी के घरों में भगवान के लिए भी यथाशक्ति अलग घर या मंदिर अवश्य होता है। मंदिर में अपने इष्ट देव की मूर्ति, तस्वीर, पूजा का अन्य सामान रखा जाता है। परंतु शास्त्रों में भगवान की मूर्तियों की संख्या के संबंध में कुछ विशेष बातें बताई गई हैं जैसे-

- घर के मंदिर में श्री गणेश की 3 प्रतिमाएं नहीं होना चाहिए।
- मंदिर में दो शिवलिंग नहीं होना चाहिए तथा शिवलिंग अंगूठे के आकार का होना चाहिए।
- देवी या माताजी की 3 प्रतिमाएं नहीं रखें।
- सूर्य देव की 2 प्रतिमा नहीं रखना चाहिए।
- मंदिर में पूजा के उपयोग हेतु शंख भी रखा जाता है। शंख की संख्या भी 2 नहीं होना चाहिए।
- कुछ लोग मंदिर में विभिन्न यंत्र, चक्र आदि भी रखते हैं। जैसे गोमती चक्र, लक्ष्मी यंत्र, रुद्र यंत्र इत्यादि। गोमती चक्र अधिकांश लोगों के मंदिर में रखा जाता है। गोमती चक्र की संख्या भी 2 नहीं होना चाहिए।